बालो के लिए आंवला सर्वोत्तम औषिधि मानी गयी हैं। आज हम आपको आयुर्वेदिक आंवला तेल घर पर बनाने की विधि बता रहे हैं। ये बहुत आसान हैं, और ये तेल लगाने से आपके गिरते पकते और झड़ते बाल काले और घने हो जायेंगे। आइये जाने आंवला तेल बनाने की विधि।
आवंला तेल बनाने की विधि।
प्रथम विधि –
हरे आंवले को कुचलकर या कद्दूकस कर के, साफ़ कपडे में निचोड़कर 500 ग्राम रस निकाले। किसी लोहे की कड़ाही या कलईदार दार बर्तन या मिटटी के चिकने बर्तन में आणले का रस डालकर उसमे 500 ग्राम काले तिलो का तेल या नारियल का तेल मिला ले और बर्तन को मंद मंद आग पर रखकर गर्म करे। पकते पकते जब आंवलों का रस का जलीय अंश वाष्प बनकर उड़ जाए (अर्थात जब चटर पटर या सनसनाहट की आवाज़ आनी बंद हो जाए) और तेल बाकी रह जाए तब बर्तन को आग से नीचे उतारकर ठंडा कर ले। ठंडा हो जाने पर इस तेल को फलालैन के कपडे (या साफ़ सफ़ेद महीन कपडे) या फ़िल्टर बैग की सहायता से छान ले। तत्पश्चात इस तेल को बोतल में भरकर दैनिक प्रयोग में लाये। इस तेल को बालो (बाल गीले ना हो) की जड़ो में अंगुलियों के पोरो से नरमी से मालिश करने से बाल लम्बे होते हैं और काले भी।
दूसरी विधि –
ताज़े आंवलों के रस के बजाये आंवलों के काढ़े से आंवला तेल बनाना – इसके लिए सूखा आंवला (गुठली निकला हुआ) 150 ग्राम को दरदरा कूटकर, एक बड़े कलई के बर्तन में 600 ग्राम पानी में रात्रि में भिगोकर रख दे और लगातार 15 घंटे भीगने के बाद आंवला सहित पानी युक्त बर्तन को हलकी हलकी आंच पर रख दे। पकते पकते जब पानी 300 ग्राम के लगभग रह जाए तो बर्तन को आग पर से नीचे उतारकर इस घोल को ठंडा कर ले। बाद में आंवलों को (अथवा पानी में भिगोई अन्य औषधियों को) खूब मसलकर किसी साफ़ बारीक कपडे से छान ले। इस से पानी छन जायेगा तथा औषधि का फोक कपडे के ऊपर रह जायेगा। अब इस छाने हुए आंवले का पानी (काढ़ा ) को किसी अन्य बर्तन में डालकर उसमे 500 ग्राम काले तिलो का तेल (रिफाइंड) मिलाकर धीमी आग पर रखकर पकाये ज़ब केवल तेल शेष रह जाए तब बर्तन को आग से नीचे उतार ले। ठंडा हो जाने पर इसे छान कर बोतल में भर ले (चाहे तो इस छाने हुए तेल में एक ग्राम हरा आयल कलर अच्छी तरह मिलकर रंगीन कर सकते हैं और तदुपरांत दो ग्राम ब्राह्मी आंवला कम्पाउंड (सुगंध ) या अन्य सुगंध मिलाकर सुगन्धित बना सकते हैं परन्तु रंगीन या सुगन्धित बनाना ज़रूरी नहीं हैं।
ये आयुर्वेदिक आंवला तेल बालो को काले, घने, स्वच्छ, चमकीले और रेशम की तरह मुलायम कर देता हैं। इस से सर दर्द तथा आँखों को भी फायदा होता हैं। मस्तिष्क में ताज़गी रहती हैं और सर के रोग भी दूर होते हैं।
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