सोमवार, 15 अगस्त 2011

तो होंठ नहीं फटेंगे

तो होंठ नहीं फटेंगे !

मौसम कोई भी हो,ठंडी बयार जब त्वचा से टकराती या उसको छूती है तो त्वचा शुष्क हो जाती है। इसका अधिक असर होंठों पर पड़ता। खासकर सितंबर आते-आते अजीब सा मौसम हो जाता है। कभी ठंडा, कभी गर्म। ऐसे में होंठों का फटना आम समस्या बन जाती है। होंठों के फटने से पूरे चेहरे का सौंदर्य चौपट हो जाता है। चेहरे की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए होंठों का स्वस्थ होना जरूरी है। ठंडी हवा के अतिरिक्त और कारण भी हो सकते हैं, जिनसे होंठ की त्वचा खराब होकर फट जाती है, उन पर पपड़ी जमी रहती है या दरारें पड़ जाती हैं।

होंठों की त्वचा बहुत ही कोमल और पतली होती है। इस जगह कोई ऐसी ग्रंथि नहीं होती, जो इन्हें चिकना बनाए रख सके। नमी की कमी ही होंठों के सूखने और फटने का मुख्य कारण होती है। यदि आपका खानपान गलत है और किसी रोग से पीड़ित हैं तो आपके होंठ ही इसका सबूत दे देते हैं। पर यदि आप सचेत हैं तो अपनी इस समस्या को आने से पहले ही रोक सकती हैं।

यदि आपके होंठ फट चुके हैं तो उन्हें ठीक करने पर ध्यान दें। जैतून का तेल और वैसलीन मिलाकर दिन में तीन या चार बार फटे होंठों पर लगाएँ। तीन-चार दिन नियमित उपचार करने पर आपके होंठों की दरारें भरने लगेंगी या भर जाएँगी।

दरारें होने पर थोड़ा-सा शहद लेकर होंठों पर उँगली से धीरे-धीरे मलें। कुछ ही दिनों के प्रयास से आपके होंठ पहले की तरह चमकदार और मुलायम हो जाएँगे। दो बड़े चम्मच कोकोआ बटर, आधा छोटा चम्मच मधु वैक्स लें। उबलते पानी पर एक बर्तन में वैक्स डालकर पिघला लें। इसमें कोकोआ बटर मिलाएँ। अब इस मिश्रण को ठंडा होने दें। इसे लिप ब्रश की मदद से होंठों पर लगाएँ। इससे होंठों का सौंदर्य बना रहेगा।

पपड़ी का जमा रहना होंठों का रोग ही बन गया है तो आप इससे भी निजात पा सकती हैं। इसके लिए एक छोटा चम्मच मेहँदी की जड़, करीब 60 मि.ग्रा. बादाम का तेल, 15 ग्राम बीज वैक्स लें। मेहँदी की जड़ को कूट लें और दस दिन तक इसे बादाम के तेल में भिगोएँ। दस दिन बाद तेल को छान लें। मोम को पहली विधि के अनुसार ही गरम पानी पर रखकर पिघला लें। अच्छी तरह से फेंटें। इसे लिप ब्रश से होंठों पर लगाना शुरू कर दें।

होंठों की त्वचा खुरदरी हो गई हो तो रात को सोने से पहले चेहरे को धोकर होंठों को अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके बाद होंठों पर क्रीम, मलाई, मक्खन या देशी घी हल्के हाथों से कुछ देर मलें। होंठों की त्वचा इससे एक जैसी होकर मुलायम बनी रहेगी।

होंठ कुछ ज्यादा ही फटे-फटे से रहते हैं तो टमाटर के रस में घी या मक्खन मिलाकर लगाएँ। जब तक होंठों की त्वचा चिकनी नहीं हो जाती, यह उपाय जारी रखें।

मौसम कोई भी हो, होंठों पर इसका प्रभाव न हो इसके लिए शरीर में विटामिन ए व बी कॉम्प्लेक्स की कमी न होने दें। इसके लिए अपने दैनिक आहार में हरी सब्जी, दूध, घी, मक्खन, ताजे फल और ज्यूस लेती रहें। आप लिपस्टिक लगाने की शौकीन हैं तो एक बात का ध्यान हमेशा रखें।

यदि लिपस्टिक हर समय लगी रही तो होंठों पर दरारें तो पड़ेंगी ही, साथ ही उनकी गुलाबी रंगत भी बदल जाएगी। यदि होंठ ज्यादा ही कटे-फटे हो रहे हैं तो उन पर सीधी लिपस्टिक न लगाएँ। इससे होंठों पर पपड़ी और धब्बे बन सकते हैं। पहले उन्हें चिकना करने के लिए लिप ब्रश से वैसलीन की हल्की परत लगाएँ। उसके बाद केवल अच्छी क्वॉलिटी की लिपस्टिक का ही प्रयोग करें।

यदि आप अपने होंठों को हर मौसम में ही स्वस्थ रखना चाहती हैं तो देशी गुलाब की भीगी हुई पत्तियों को होंठों पर कुछ देर तक नियमित मलें। इससे आपके होंठ बिना लिपस्टिक के भी नेचुरल गुलाबी आभा लिए चमकते रहेंगे। अँगरेजी के 'ओ' और 'ई' अक्षर को कुछ देर तक बोलें। धीरे-धीरे सीटी बजाना भी होंठों के लिए अच्छी कसरत है। इन दिनों रात को सोते समय पेट्रोलियम जेली या एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर सोने से भी होंठ नहीं फटेंगे।

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