सोमवार, 15 अगस्त 2011

सुंदर, कोमल और बेदाग त्वचा

सुंदर, कोमल और बेदाग त्वचा

सुंदर, कोमल और बेदाग स्कीन पूरी बॉडी का परिचय देती है। त्वचा के बारे में दिलचस्प तथ्य यह है कि इसका विकास अंदर से बाहर की ओर होता है। यही कारण है कि मौसम की शुरुआती और जाती हुई ठंडक त्वचा पर विपरीत असर पहुँचाती है जिससे त्वचा खुरदुरी, भद्दी और साँवली होती जाती है। अतः ठंड के बिदाई लेते दिनों में त्वचा की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए कुछ उपाय फायदेमंद साबित होंगे।

त्वचा की सफाई : सबसे पहले चेहरे व गर्दन की त्वचा को कच्चे दूध से भीगी रुई के फाहे से अच्छी तरह साफ कर लें। दूध प्राकृतिक क्लिंजर की तरह काम करता है। जो रोमकूपों में समाकर त्वचा पर जमी हुई ना दिखाई देने वाली धूल-मिट्टी को पूरी तरह से साफ कर देता है। चेहरा साफ कर लेने के पश्चात साफ पानी से चेहरा धो लेना चाहिए।

त्वचा को प्यार करें : इसके पश्चात काँच के प्याले में 2-3 चम्मच बादाम, एरंड आदि कोई भी हर्बल ऑइल लेकर गरम पानी में प्याले को कुछ देर रखकर कुनकुना कर लें। इस तेल से चेहरे व गर्दन पर करीबन 10 मिनट तक मालिश करें। मालिश के दौरान हाथों की गति चेहरे पर ऊपर से नीचे की ओर होना चाहिए। तेल त्वचा को नर्मी प्रदान करने के साथ-साथ सूक्ष्म रोम कूपों में प्रवेश कर उन्हें कसावट देता है।

त्वचा का पोषण : इसके पश्चात त्वचा को पोषित करना जरूरी है। जिसका अर्थ होता है भाप लेना। इससे रोमछिद्र खुल जाते हैं। भाप लेने के पूर्व आँखों पर गीली रुई या कपड़े की पट्टी रख लें। फिर पुनः चेहरा धो लें। कोई उबटन लगाकर सुखाएँ। इसके बाद मॉईश्चराइजर लगाकर सो जाएँ। त्वचा दमक उठेगी।

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